RBI MPC MEETING : महंगाई घटी तो क्या EMI भी घटेगी, इस हफ्ते क्या करेगा आरबीआई?

नई दिल्ली : महंगे कर्ज (Expensive Loans) और बढ़ती ईएमआई (EMI) से इस समय आम आदमी परेशान है। कर्ज लेने वाले आरबीआई से ऐसी उम्मीद लगाएं हैं कि वह रेपो रेट (RBI Repo Rate) घटाए जिससे लोन पर ब्याज दरें (Interest Rates on Loan) कुछ नीचे आए। भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की तीन दिवसीय बैठक (RBI MPC Meeting) 6 जून से शुरू हो रही है। यह बैठक 8 जून तक चलेगी। 8 जून को आरबीआई गवर्नर रेपो रेट के बारे में घोषणा करेंगे। शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले भी इस घोषणा का इंतजार कर रहे हैं। आरबीआई एमपीसी की बैठक में इस बार भी ब्याज दरों को अपरिवर्तित रख सकता है। ऐसा इसिलिए क्योंकि महंगाई दर (Inflation Rate) में पिछले कुछ समय से काफी कमी आई है।

क्या फैसला लेगा आरबीआई?

इकनॉमिक टाइम्स के एक पोल के अनुसार 6 मेंबर्स वाला रेट सेटिंग पैनल रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर यथावथ रख सकता है। इससे पहली बैठक में भी एमपीसी ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया था।

2.5% बढ़ चुकी है ब्याज दर

रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते वैश्विक कमोडिटी की कीमतों में भारी उछाल आई थी। इससे भारत में भी महंगाई दर बढ़ी। महंगाई बढ़ी तो आरबीआई ने मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच रेपो रेट को 2.5 फीसदी बढ़ा दिया। आरबीआई महंगाई पर काबू पाने के लिए रेपो रेट में इजाफा करता है। इसके बाद अप्रैल की बैठक में आरबीआई ने प्रमुख ब्याज दरों को यथावत रखा।

महंगाई दर 4.7% पर आई

ताजा आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर (खुदरा महंगाई) गिरकर 8 महीने के निचले स्तर पर आ गई। यह 4.7 फीसदी दर्ज हुई, जो आरबीआई के सहनीय स्तर के अंदर है। खुदरा महंगाई के लिए आरबीआई का टार्गेट 4 फीसदी है। वहीं, सहनीय स्तर 2 से 6 फीसदी है।

ग्राहकों को कितनी राहत?

डीबीएस बैंक इंडिया की सीनियर इकॉनोमिस्ट राधिका राव ने कहा, 'मजबूत जीडीपी के आंकड़े भी आरबीआई को रेपो रेट को यथावत रखने के लिए प्रेरित करेंगे।' रेपो रेट के यथावत रहने से कर्ज की मौजूदा दरों से राहत तो नहीं मिलेगी, लेकिन इनमें बढ़ोतरी भी नहीं होगी। वहीं, आने वाले समय में ब्याज दरों में गिरावट की उम्मीद की जा सकती है।

2023-06-05T02:51:29Z dg43tfdfdgfd