BIHAR BRIDGE COLLAPSE: भागलपुर ब्रिज ढहने पर JDU विधायक ने अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल, लगाए गंभीर आरोप

Bihar Bridge Collapse: बिहार के भागलपुर जिले में रविवार शाम को गंगा नदी पर एक निर्माणाधीन पुल ढह गया। भागलपुर को खगड़िया जिले से जोड़ने वाले अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के गिरने से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हैरानी की बात यह है कि इस निर्माणाधीन पुल का करीब 100 मीटर हिस्सा पिछले साल भी गंगा नदी में गिर गया था। राज्य सरकार के अधिकारियों ने दावा किया कि पुल के कुछ हिस्सों को एक्सपर्ट की सलाह के तहत योजनाबद्ध तरीके से जानबूझकर ध्वस्त कर दिया गया, क्योंकि इसमें डिजाइन की खामियां थीं। इस घटना से नदी में मौजूद कुछ नावों ने झटके महसूस किए। सुल्तानगंज SDM धनंजय कुमार ने कहा कि हम इंजिनयरों के संपर्क में हैं। पुल के गिरने से किसी के हताहत होने की सूचना नहीं आई है। कंपनी के अधिकारियों ने पुष्ट किया है कि रविवार होने की वजह से उनका कोई मजदूर घटना के दौरान पुल पर मौजूद नहीं था। हम सावधानी लेते हुए सुबह नदी में जांच कराएंगे। पुल का अधिकतर हिस्सा खगड़िया जिले का गिरा है। कहा जाता है कि इस परियोजना की अनुमानित लागत 1,710.77 करोड़ रुपये है। JDU विधायक ने उठाए गंभीर सवाल खगड़िया के परबत्ता विधानसभा क्षेत्र से सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) के विधायक डॉ. संजीव कुमार ने CNN-News18 को दिए एक विशेष इंटरव्यू में निर्माण फर्म के साथ सांठगांठ की ओर इशारा करते हुए सरकारी अधिकारियों पर संदेह जताया और न्यायिक जांच की मांग की। डॉ संजीव कुमार ने कहा कि उन्होंने पिछले साल विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था। इससे पहले उन्होंने उन्हीं खंभों में दरार की तस्वीरें भी दिखाई थीं, जो गिरे हैं। अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए उन्होंने कहा कि अगर उनकी बातों को अधिकारी मान लेते और जांच करा लेते तो आज ये हादसा न होता। ये भी पढ़ें- Bihar: भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहा 1,710 करोड़ रुपये का पुल भरभराकर गिरा, सामने आया खौफनाक VIDEO उन्होंने कहा कि मैं माननीय मुख्यमंत्री जी से इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग करता हूं ताकि दोषियों पर कानूनी कार्रवाई हो और स्ट्रक्चरल डिफेक्ट को भी दूर कर नए स्तर से इसका निर्माण हो। इसकी जांच रिपोर्ट एक महीने के भीतर पेश की जाए। उन्होंने कहा, "सड़क निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत सोचते हैं कि वह बहुत स्मार्ट हैं, लेकिन यह उनकी गलतफहमी है। निर्माण कंपनी के साथ अधिकारियों की सांठगांठ से इंकार नहीं किया जा सकता है। अगर अमृत के तहत जांच की जाए तो यह सही नहीं होगा। उनके अधीन जांच के बजाय हमें न्यायिक जांच की जरूरत है।" नीतीश कुमार ने कार्रवाई के दिए आदेश निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि भागलपुर में पहले भी ऐसा हुआ था तब भी हमने पूछा था कि ऐसा क्यों हुआ? 2014 से इसपर काम शुरु हुआ था। कल पुल गिरने की घटना के बाद हमने विभाग के लोगों को एक्शन लेने के लिए कहा है। खगड़िया में हुई इस घटना की तस्वीरें सामने आने के बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला। इसके बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और सड़क निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने आनन-फानन में प्रेसवार्ता आयोजित कर सफाई दी। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। #WATCH भागलपुर में पहले भी ऐसा हुआ था तब भी हमने पूछा था कि ऐसा क्यों हुआ? 2014 से इसपर काम शुरु हुआ था। कल पुल गिरने की घटना के बाद हमने विभाग के लोगों को एक्शन लेने के लिए कहा है: भागलपुर में निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पटना pic.twitter.com/jrB9NJvsRT — ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2023 तेजस्वी यादव की सफाई तेजस्वी यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "आपको याद दिला दूं कि पिछले साल 30 अप्रैल को इस पुल का एक हिस्सा ढह गया था। इसके बाद, हमने निर्माण मामलों में अपनी विशेषज्ञता के लिए मशहूर IIT-रुड़की से एक अध्ययन करने के लिए संपर्क किया। इसकी अंतिम रिपोर्ट आनी बाकी है लेकिन संरचना का अध्ययन करने वाले एक्सपर्ट्स ने हमें सूचित किया था कि इसमें गंभीर खामियां हैं।" यादव ने प्रेसवार्ता में आगे कहा, "पिछले साल इस पुल का एक हिस्सा आंधी में ढह गया था। यह एक ऐसी घटना थी, जिसके बारे में व्यापक रूप से चर्चा हुई थी और मैंने विपक्ष के तत्कालीन नेता के रूप में इसे मजबूती से उठाया था। सत्ता में आने पर हमने जांच के आदेश दिए और एक्सपर्ट्स की राय मांगी।" इस दौरान मुख्य सचिव अमृत ने कहा, "यह निर्णय लिया गया कि हमें कोई जोखिम नहीं लेना चाहिए, इसलिए पुल के कुछ हिस्सों को गिराने का फैसला किया गया। आज की घटना ऐसी ही एक कवायद का हिस्सा थी।" उन्होंने कहा कि अंतिम रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार उस कंपनी को काली सूची में डालने और FIR दर्ज करने की कार्रवाई करेगी, जिसे परियोजना का ठेका दिया गया था। अमृत ​​ने यह भी कहा कि घटना की खबर मिलने के तुरंत बाद उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुलाया और दुर्घटना पर एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी। #WATCH | Bihar: Latest visuals from the spot in Bhagalpur where under construction Aguwani-Sultanganj bridge collapsed for the second time yesterday pic.twitter.com/c76IMqNZai — ANI (@ANI) June 5, 2023 BJP ने बोला हमला इस बीच, विपक्षी दल BJP ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इस्तीफा मांगा है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की बिहार इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार के शासन में भ्रष्टाचार व्याप्त है। उन्होंने कहा कि पुल के निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया है। मुख्यमंत्री को बिहार के विकास की जरा भी चिंता नहीं है। वह अपने दौरे पर व्यस्त हैं। इस घटना के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके अलावा बीजेपी नेता एवं भागलपुर के पूर्व सांसद सैयद शाहनवाज हुसैन ने घटना के लिए भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। आपको जानकारी के लिए बता दें कि पिछले साल नवंबर में नालंदा जिले में एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई थी और एक अन्य घायल हो गया था। इन घटनाओं के बावजदू अधिकारियों की नींद नहीं टूटी।

2023-06-05T11:14:39Z dg43tfdfdgfd