STOCK MARKET : विदेशी निवेशकों ने एकदम से माहौल बदल दिया, जज़्बात बदल दिए

नई दिल्‍ली. हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी 26 जुलाई को शेयर बाजार में तेजी देखने मिली. बीएसई सेंसेक्स 1292 अंक की तेजी के साथ 81,332 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 50 ने 24,861 का ऑल टाइम हाई बनाया और बाद में 428 अंक की तेजी के साथ 24,834 के स्तर पर बंद हुआ. सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 29 स्‍टॉक्‍स में तेजी रही तो निफ्टी के 50 शेयरों में से 47 हरे निशान में बंद हुए. वैश्विक बाजारों में तेजी के और अधिकांश घरेलू कंपनियों के मजबूत तिमाही आंकड़ों के साथ ही विदेशी निवेशकों की खरीदारी की वजह से शेयर बाजार शुक्रवार को कुलांच भरने लगा.

बजट के दिन से ही शुद्ध बिकवाली कर रहे विदेशी निवेशकों के रुख में शुक्रवार को अचानक बदलाव आ गया और वे शुद्ध खरीदार बन गए. बीएसई के आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बाजार में 2,546 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया, जबकि घरेलू फंडों ने 2,774 करोड़ रुपये मूल्‍य के शेयर खरीदे. शुक्रवार को सेंसेक्स के 30 शेयरों में से केवल एक, नेस्ले शेयर लाल निशान पर बंद हुआ. बॉर्डर मार्केट में बढ़त-गिरावट अनुपात कहीं अधिक संतुलित रहा. बीएसई पर 2,595 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए, जबकि 1,354 शेयर लाल निशान पर बंद हुए.

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बजट से निराश हुए विदेशी निवेशक

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार के वार्षिक बजट में डेरिवेटिव ट्रेड्स और इक्विटी निवेश में होने वाले लाभ पर टैक्स बढ़ाने का ऐलान किया. 23 को हुई इस घोषणा के बाद विदेशी निवेशक बिकवाल बन गए और 25 जुलाई तक उन्‍होंने एक बिलियन डॉलर (लगभग 8,106 करोड़ रुपये) के शेयर बेच डाले. रायटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, बजट की घोषणा से पहले विदेशी निवेशकों ने केवल 6 दिनों में भारतीय शेयरों में $2.20 बिलियन का निवेश किया था.

मजबूत अर्थव्‍यवस्‍था बनी सहारा

टाइम्‍स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, मेहता इक्विटीज के सीनियर वीपी (रिसर्च) प्रशांत तापसे का कहना है कि लगातार पांच कारोबारी सत्रों में नकारात्मक दायरे में रहने के बावजूद भारतीय शेयर बाजार ने अपने वैश्विक प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रदर्शन किया. शुक्रकार को भारतीय बाजार में आया तेज उछाल दर्शाता है कि निवेशकों के लिए भारत दीर्घकालिक अवधि के लिए एक अच्‍छा बाजार है. वैश्विक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनावों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूती दिखा रही है. अधिकांश ब्लू चिप्स और मिड-कैप कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बेहतर रहे हैं.

2024-07-27T07:49:55Z dg43tfdfdgfd