एक मंदिर में कई भगवानों के दर्शन

अमेठी के इस प्रसिद्ध हनुमान मन्दिर का प्राचीन इतिहास है। वर्षों पुराना यह मन्दिर अमेठी जिले के गौरीगंज जिला मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर माधवपुर गांव में स्थित है. इस मंदिर में एक प्राचीन किला हुआ करता था, लेकिन एक बार भूकंप आने के बाद किला पलट गया और फिर बाद में राज परिवार के राजा द्वारा इस मन्दिर का निर्माण कार्य और जीर्णोद्धार कराया गया. मंदिर में टैंम्पो और टैक्सी के अलावा अपने निजी साधन से भी जा सकते हैं.
मंदिर में बजरंगबली और हनुमान के अलावा शंकर और पार्वती की प्रतिमा भी विराजमान है. मंदिर के प्रांगण में मौजूद दिव्य और अलौकिक प्रतिमाएं भक्तों को अपनी तरफ आकर्षित करती है. बजरंगबली के साथ ही यहां भक्त भोलेनाथ और पार्वती के भी दर्शन कर सकते हैं.
इस भव्य मंदिर में भगवान विष्णु के पैर दबाती माता लक्ष्मी की प्रतिमा भी विराजमान है जो कि लोगों के आकर्षण का केंद्र है. आपको बता दें कि हरे-भरे जंगलों के बीच इस प्रतिमा की सुंदरता वातावरण को और बेहतर बना देती है. मंदिर में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रतिमा के दर्शन के लिए भी लोग दूर-दूर से आते हैं.
मंदिर में भक्तों के लिए आकर्षण का सबसे बड़ा केंद्र रामायण कालीन सुरसा द्वार है. इसकी वजह यह है कि हनुमान जी के दर्शन के लिए जाने के पहले इसी द्वारा यानि सुरसा के मुख से निकालना पड़ता है और उसके बाद ही मंदिर परिसर में प्रवेश कर सकते हैं. इस वजह से भी सुरसा के द्वार से आने जाने का रास्ता लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है.
मंदिर परिसर में अन्य छोटे-छोटे मंदिर भी हैं. इन मंदिरों के अलावा दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर, माता दुर्गा का मंदिर, साईं महाराज का मंदिर, सागर प्राचीन किला भी मंदिर परिसर में मौजूद है. दूर-दूर से भक्त प्रतिदिन यहां दर्शन-पूजन के लिए आते हैं. मान्यता है कि यहां दर्शन-पूजन से भक्तों की अर्जी पूरी होती है.

2024-05-07T11:10:10Z dg43tfdfdgfd