SHIV BHAJAN LYRICS: ‘शिव सुमिरन से सुबह शुरू हो’ भजन के साथ सावन में करें दिन की शुरुआत, महादेव हर लेंगे हर दुख पीड़ा

Sawan 2024 Shiv Bhajan Lyrisc: हिंदू धर्म में श्रावण मास का विशेष महत्व है, क्योंकि इस पूरे माह भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जाती है। शिव पुराण के अनुसार, सावन मास के दौरान भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ व्यक्ति को हर एक दुख-दर्द से छुटकारा मिल जाता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। सावन माह 22 जुलाई से आरंभ हो चुका है, जो 19 अगस्त को सावन सोमवार के साथ समाप्त होगा। इस पूरे 29 दिनों तक भोले बाबा को प्रसन्न करने के लिए जल, बेलपत्र,आक का फूल, शमी पत्र, फूल आदि चढ़ाएं। इसके साथ ही भोले बाबा के इन भजन (Shiv Bhajan) के द्वारा भी उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ शिव भजन…

भोले बाबा तेरी नौकरी सबसे बढ़िया ( पंडित प्रदीप मिश्रा)

भोले बाबा तेरी नौकरी

सबसे बढ़िया है सबसे खरी

तेरे दरवाजे की चाकरी

सबसे बढ़िया है सबसे खरी

हो हो भोले बाबा तेरी नौकरी

सबसे बढ़िया है सबसे खरी

जब से तेरा गुलाम हो गया

तब से मेरा भी नाम हो गया

वरना औकात क्या थी मेरी

सबसे बढ़िया है सबसे खरी

भोले बाबा तेरी नौकरी

सबसे बढ़िया है सबसे खरी

शिव सुमिरन से सुबह शुरू हो भजन लिरिक्स (Shiv Sumiran Se Shiv Bhajan with Hindi English Lyrics by Anuradha Paudwal)

शिव सुमिरन से सुबह शुरू हो,

शिव मंदिर में शाम हो,

शिव करुणा की छैया में,

शाम ढले विश्राम हो।।

साँसों की में ताल पे मेरी,

भक्ति शिव शिव गाये,

शिव दीवानी रसना को कोई,

दूजा गीत ना भाए,

जबतक जीवन ज्योत जले,

मेरे होठो पे शिव नाम हो,

शिव सुमिरण से सुबह शुरू हो,

शिव मंदिर में शाम हो।।

नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय,

बोल के पलके खोलूं,

शिव सागर में स्नान करूँ में,

हृदय का दर्पण धोलू,

मोह माया से दूर रहू में,

श्रद्धा मेरी निष्काम हो,

शिव सुमिरण से सुबह शुरू हो,

शिव मंदिर में शाम हो।।

काल का भय ना हो मन में मेरा,

अंत समय जब आये,

शिव मूरत हो नैनो में शिव,

धाम ये आता जाये,

जहाँ मेरे शिव का डेरा है,

वही पे मेरा धाम हो,

शिव सुमिरण से सुबह शुरू हो,

शिव मंदिर में शाम हो।।

शिव सुमिरन से सुबह शुरू हो,

शिव मंदिर में शाम हो,

शिव करुणा की छैया में,

शाम ढले विश्राम हो।।

तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला लिरिक्स | (Tu Raja Ki Chori Main Su Damru wala Bhajan Lyrics)

मेरा बणकै बन्दडा आजा भोले ले जा डोली हो,

तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो,

तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो…….

हो ज्यागी बीरान घणी रंग पड़ ज्या काला रै,

हो ज्यागी बीरान घणी रंग पड़ ज्या काला रै,

तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै,

तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै……..

घणे दिन की सपने देखूं सूं,

ना करिये तू झोड़ा,

तेरा मेरा एंडी लागै,

भोले यो जोड़ा,

हाँ तेरा मेरा एंडी लागै,

भोले यो जोड़ा……

कती झोली करकै माँगू सूं,

मेरी भर दे झोली हो,

तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो,

तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो………

तू सोने की मैं पीली सै,

मेरे नाग रहवै गल में,

तेरी रह-रह माटी हो ज्यागी,

मेरी गेल्याँ जगल में,

तेरी रह-रह माटी हो ज्यागी,

मेरी गेल्याँ जगल में……

मैं भाँग रगड़ कै पीऊं रोज,

ना करता टाला ला रै,

तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै,

तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै…

मैं नखरे वखरे शिव शम्भू,

ना कदे दिखाऊँगी,

प्याऊँ घोट के भाँग,

मैं तेरी टहल बजाऊँगी,

प्याऊँ घोट घोट के भाँग,

मैं तेरी टहल बजाऊँगी…….

मैं बण के रहूँगी दासी मन्ने लेजा तौली हो,

तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो,

तेरी गेल्या चालूंगी फेर बणके भोली हो…….

घणी हठीली पार्वती तू मार गयी बाजी,

मस्त मलंगा भोला यो तन्ने कर लिया राजी,

मस्त मलंगा भोला तन्ने कर लिया राजी…….

अजय हूडा बरके भक्तां का रहूँ सदा रूखाला रै,

तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै,

तू राजा की छोरी मैं सूं डमरु वाला रै…….

बम बम ल़हरी शिव शिव ल़हरी सब गायें भजन लिरिक्स (Ashok Bhayani – Agad Bam Shiv Laheri)

बम बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

श्लोक

शेष नाग को गलपता कियो,

शंकर गए कैलाश,

अखण्ड तपस्या धारण की,

जय जय जय भोले नाथ।।

शिव समान दाता नही,

विपत निवारण हार,

अब लज्जा मोरी राखियो,

शिव नंदी के असवार।।

बम बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी,

बम-बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी।।

गंगा जी नि धारा बोले,

घटो घट माहि बोले,

गंगा जी नि धारा बोले,

घटो घट माहि बोले,

शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,

बम-बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी।।

नारद नी विणा बोले,

शंकर नो डमरू बोले,

नारद नी विणा बोले,

शंकर नो डमरू बोले,

शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,

बम-बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी।।

श्याम तेरी बंसी बोले,

मीरा नो एक तारो बोले,

श्याम तेरी बंसी बोले,

मीरा नो एक तारो बोले,

शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,

बम-बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी।।

ब्रह्मा जी ना वेद बोले,

अंतर ना भेद खोले,

ब्रह्मा जी ना वेद बोले,

अंतर ना भेद खोले,

शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,

बम-बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी।।

नरसिंहो केदारो बोले,

संगे किरतारो बोले,

नरसिंहो केदारो बोले,

संगे किरतारो बोले,

शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,

बम-बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी।।

नादपंतो न संतो बोले,

शिवालय ना मंत्रो बोले,

नादपंतो न संतो बोले,

शिवालय ना मंत्रो बोले,

शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,

बम बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी।।

सोरठ नी शिवरात्रि बोले,

अमरनाथ ना यात्री बोले,

सोरठ नी शिवरात्रि बोले,

अमरनाथ ना यात्री बोले,

शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,

बम-बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी।।

पाताले शेष नाग बोले,

नवे पुर ना नाग बोले,

पाताले शेष नाग बोले,

नवे पुर ना नाग बोले,

शिव लहरी रे ॐ शिव लहरी,

बम बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी।।

तू तो मंत्रा रे जपि ले शिव नाम रो,

तू तो धुना रे मचावि ले शिव नाम नी।।

बम बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी,

बम बम ल़हरी,

शिव शिव ल़हरी,

सब गायें

अगड़ बम शिव ल़हरी।।

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