हम सभी को मालूम है कि कैल्शियम हड्डियों की मजबूती के लिए जरूरी है। शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए तो हड्डियां कमजोर होने लगती है, लेकिन इसके अलावा भी कैल्शियम बाकी अंगों को भी सेहतमंद रखने में खास भूमिका निभाता है। वहीं अक्सर महिलाओं में 30 की उम्र में कैल्शियम की कमी हो जाती है। इसे हम हाइपरकैल्सीमिया के नाम से जानते हैं। कई बार इसके लक्षण भी नजर आते हैं लेकिन हमें मालूम ही नहीं चलता कि ऐसा क्यों हो रहा है आइए जानते हैं कैल्शियम की कमी होने पर क्या-क्या लक्षण नजर आ सकते हैं
कैल्शियम न सिर्फ हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है, बल्कि मसल्स फंक्शन के लिए भी कैल्शियम महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगर आपके शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए तो आपको मसल क्रैंप बार-बार हो सकता है। खासकर आपके पैरों में क्रैंप्स होता है। अगर आपको भी इन दिनों ऐसा महसूस हो रहा है तो आपको कैल्शियम लेवल चेक करना चाहिए।
शरीर में कम कैल्शियम स्तर से संबंधित एक अन्य लक्षण विशेष रूप से हाथ पैरों या चेहरे में झुनझुनी या सुन्नता है,ऐसा इसलिए है क्योंकि कैल्शियम तंत्रिका कार्य के लिए आवश्यक है।
कैल्शियम की कमी नाखूनों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। यदि आप अचानक कमजोर या भंगुर नाखून देखते हैं जो आसानी से टूट जाते हैं, तो इसके लिए आपके कैल्शियम का स्तर जिम्मेदार हो सकता है।
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कमजोरी
इसके अलावा शरीर में कम कैल्शियम का स्तर कमजोरी में योगदान दे सकता है। अगर आप कम काम करते हैं और पर्याप्त आराम करते हैं बावजूद इसके आपको कमजोरी महसूस होती है तो यह कैल्शियम के लो लेवल की तरफ इशारा है।
कैल्शियम दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है, इसलिए इसकी कमी से दांतों का कमजोर होना या भुरभुरा होना बढ़ जाता है। कई मामलों में कैविटी का खतरा भी बढ़ जाता है।
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