JIO AIRTEL VI की मनमानी पर लगेगी रोक! दोबारा लॉन्च होंगे ये सस्ते प्लान, जान लें सरकार का नया प्लान

​trai on Voice SMS Only Plan: अगर आप मोबाइल रिचार्ज कराने जाएंगे, तो आपको कॉलिंग और SMS के साथ डेटा प्लान ऑफर किया जाएगा। अगर आपको डेटा नहीं चाहिए, फिर भी आपको डेटा प्लान लेना होगा, क्योंकि प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों की ओर से वॉइस कॉलिंग और SMS ओनली प्लान नहीं ऑफर किया जा रहा है। 

टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी TRAI की ओर से एक एक परामर्श पत्र जारी किया गया है, जिसमें ट्राई की ओर से पुराने वॉयस और एसएमएस-ओनली पैक को वापस लाने पर सुझाव मांगे गए हैं। बता दें कि मौजूदा वक्त में हर प्लान के साथ जबरदस्ती डेटा प्लान लगा दिया गया है, जिससे ग्राहकों को मजबूरी में डेटा प्लान लेना होता है। ऐसे में फोन ग्राहकों को उन सर्विस के लिए भुगतान करने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जिसे वो इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं। बता दें कि जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया ने वॉइस और एसएमएस प्लान को धीरे-धीरे करके खत्म कर दिया है। Vi रिचार्ज हुआ महंगा! अब रिचार्ज करने के लिए देने होंगे कितने पैसे ? जानें इस वीडियो में!​ ​

जबरदस्ती डेटा देने की कोशिश

ऐसे में सरकार के ग्राहकों को जबरदस्ती दिए जाने वाले डेटा प्लान पर रोक लगाने के लिए के लिए एक प्लान तैयार किया है, जिस पर ट्राई की ओर से सुझाव मांग गए हैं। इस वक्त मार्केट में मौजूद सभी टैरिफ ऑफर मोटे तौर पर वॉयस, डेटा, एसएमएस और ओटीटी सर्विस के साथ आते हैं, जो काफी संख्या में यूजर्स की जरूरत को पूरा नहीं करते हैं, एक बड़ै पैमाने पर यूजर्स वॉइस और एसएमएस प्लान चाहते हैं।

इन प्लान पर मांगे सुझाव

ट्राई की रिपोर्ट की मानें, तो ग्राहकों का आरोप है कि प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों की ओर से उन्हें उन सर्विस के लिए रिचार्ज के लिए मजबूर किया जा रहा है जिनकी उनको जरूरत नहीं है। ट्राई ने कंसल्टेशन पेपर में सुझाव मांगे हैं कि क्या दूरसंचार उपभोक्ता संरक्षण विनियम (2012) में सुधार किए जाने की जरूरत है। साथ ही मौजूदा प्रोडक्ट स्पेसिफिक सर्विस जैसे वॉयस, एसएमएस और डेटा टैरिफ प्लान में बदलाव को लेकर सुझाव मांगे है। साथ ही नए टैरिफ प्लान को लॉन्च करने पर जोर दिया है।

90 दिन वाले प्लान की मांग

ट्राई के कंज्यूमर सर्वे के मुताबिक यूजर्स की मांग है कि स्पेशल टैरिफ वाउचर की वैलिडिटी पीरियड को बढ़ाया जाए। जैसे STVs और कॉम्बो वाउचर को को 90 दिनों से ज्यादा किया जाए। ट्राई ने कहा, ऐसा इसलिए है क्योंकि ग्राहक बार-बार रिचार्ज कराने की असुविधा से बचना चाहते हैं। इसके अलावा कलर कोडिंग का जिक्र किया गया। बता दें कि पहले तक टॉप-अप के लिए हरा, कॉम्बो के लिए नीला कलर यूज होता था। हालांकि धीरे-धीरे इसे बंद कर दिया गया है। इसकी वजह ग्राहक के डिजिटल रिचार्ज की तरफ शिफ्ट होने को माना जा रहा है।

फीचर फोन यूजर्स की मजबूरी

2016 में 4G सर्विस लॉन्च के बाद प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियां बंडल पैक पेश करने लगी, जो वॉइस और डेटा दोनों को एक साथ पेश ऑफर करते थे। हालांकि ट्राई का कहना है कि भारत में अभी भी करीब 300 मिलियन फीचर फोन यूजर है, उन पर जबरदस्ती डेटा का बोझ नहीं डाला चाहिए। फीचर फोन यूजर कॉलिंग और मैसेजिंग की सुविधा चाहते हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि एआरपीयू बढ़ाने के लिए टेलीकॉम कंपनियों यूजर्स पर जबरदस्ती डेटा सर्विस का बोझ डाल रही हैं।

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