सीआरपीएफ के जवान और सिपाही समेत नौ लोगों से 5.86 लाख ठगे

साइबर ठगों ने अलग-अलग बहाने से सीआरपीएफ जवान और पटना पुलिस के सिपाही सहित नौ लोगों से 5.86 लाख रुपये ठग लिए। शातिरों ने एसपी का दोस्त बताकर सिपाही को ठगा। अन्य मामलों में घर बैठे नौकरी और क्रेडिट कार्ड अपडेट करने के बहाने ठगी की गई। पीड़ितों की शिकायत पर साइबर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

नौबतपुर निवासी सीआरपीएफ के जवान की तैनाती जम्मू-कश्मीर में है। छुट्टी खत्म होने पर वह बीते सात अप्रैल को ट्रेन से जम्मू जा रहे थे। तभी साइबर ठगों ने यूपीआई के माध्यम से उसके खाते से एक लाख 70 हजार रुपये निकाल लिए, वहीं शातिरों ने खुद को एसपी का दोस्त बताकर बैरिया निवासी पटना पुलिस के सिपाही को फोन किया। ठग ने जरूरी काम बताकर सिपाही से 10 हजार रुपये अपने खाते में स्थानांतरित करवा लिए। दानापुर छावनी निवासी सेना के जवान से क्रेडिट कार्ड अपडेट करने के बहाने 43 हजार 755 रुपये ठग लिए। वहीं बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक वरीय अधिकारी भी ठगी के शिकार हुए। एसबीआई का योनो एप डाउनलोड करने के बहाने उनके खाते से 34 हजार 500 रुपये निकाल लिए गए।

शातिरों ने मूल रूप से बेगूसराय की रहने वाली पटना निवासी एक युवती को इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजकर रुपये निवेश का प्रलोभन दिया। ग्रुप से जुड़ते ही ठगों ने 12 बार में उसे एक लाख चार हजार रुपये अपने बैंक खाते में स्थानांतरित करा लिए। ठगों ने पार्ट टाइम जॉब का झांसा देकर आईजीआईएमएस के कर्मी को 62 हजार 800 का चूना लगा दिया। शातिरों ने मीठापुर निवासी शख्स से क्रेडिट कार्ड सक्रिय करने के बहाने 48 हजार और कृष्णा नगर निवासी व्यक्ति के खाते से 53 हजार की निकासी कर ली।

बेटे को बंधक बनाने का डर दिखा ठगे रुपये

कंकड़बाग निवासी महिला का बेटा भुवनेश्वर स्थित एक संस्थान से पढ़ाई कर रहा है। बीते दिनों एक अंजान नंबर से उनके पास फोन आया। फोन करने वाला ने बताया कि बताया कि आपके बेटे को बंधक बना लिया गया है। छोड़ने के लिए ठग ने पीड़िता से 70 हजार रुपये आनलाइन भेजने को कहा। महिला ने बेटे को फोन किया तो उसने फोन नहीं उठाया। घबराकर पीड़िता ने 60 हजार रुपये ठग के बताए खाते में स्थानांतरित कर दिए। बाद में पता चला कि बेटा सुरक्षित है। क्लास में होने के कारण उसने फोन नहीं उठाया था।

2024-04-23T15:05:14Z dg43tfdfdgfd