RBI ACTION ON KOTAK MAHINDRA BANK: आरबीआई बैंकिंग इंडस्ट्री में सिस्टमैटिक रिस्क खत्म करना चाहता है

आरबीआई का कोटक महिंद्रा बैंक पर एक्शन इस बात का संकेत है कि केंद्रीय बैंक बैंकिंग सेक्टर में किसी तरह के सिस्टमैटिक रिस्क से सख्ती से निपटना चाहता है। एक्सपर्ट्स ने यह कहा है। आरबीआई ने 24 अप्रैल को आईटी इनवेंट्री मैनेजमेंट में नियमों का पालन नहीं करने पर कोटक महिंद्रा बैंक की कुछ सेवाओं पर रोक लगाई है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि आरबीआई के इस कदम से दूसरे बैंक भी रेगुलेशंस और कंप्लायंस को लेकर ज्यादा सावधानी बरतना शुरू करेंगे।

RBI बैंकिंग सिस्टम में रिस्क नहीं चाहता

इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के डायरेक्टर एंड हेड (फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस) करण गुप्ता ने कहा, "रेगुलेटर ने जो कदम उठाया है, उसके पीछे उसकी मंशा साफ है। वे किसी तरह की कमी के बारे में पता चलने और उसके बारे में बैंक को बताने के बाद किसी तरह का सिस्टमैटिक रिस्क (Systematic Risk) नहीं चाहते।" स्टॉक्सबॉक्स के रिसर्च एनालिस्ट श्रेयांश शाह ने कहा कि यह एक्शन एंट्री-लेवल के एक्शन से काफी आगे का एक्शन है और इसका मकसद पूरे बैंकिंग सिस्टम में सिस्टमैंटिक रिस्क को खत्म करना है।

केंद्रीय बैंक ने दो साल से ज्यादा वक्त तक जांच की

RBI ने 24 अप्रैल को Kotak Mahindra Bank पर एक्शन लिया। उसने बैंक को डिजिटल चैनल से नए कस्टमर्स को जोड़ने पर रोक लगा दी। साथ ही उसने कोटक के नए क्रेडिट कार्ड्स जारी करने पर भी रोक लगा दी। इससे पहले केंद्रीय बैंक ने दो साल से ज्यादा सयम तक बैंक के आईटी सिस्टम की जांच की थी। कोटक बैंक लगातार आईटी सिस्टम्स की कमियों को ठीक करने में नाकाम रहा। आरबीआई ने कहा है कि इस रोक का असर कोटक महिंद्रा बैंक के मौजूदा ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा। बैंक की सेवाएं उन्हें मिलती रहेंगी। बैंक के क्रेडिट कार्ड कस्टमर्स को भी सभी सेवाएं मिलती रहेंगी।

आरबीआई के बताने के बाद भी बैंक ने कमियां ठीक नहीं की

आरबीआई ने कहा, "बैंक के आईटी सिस्टम की जांच 2022 और 2023 में की गई थी। इसमें कई कमियां पाए जाने के बाद यह एक्शन जरूरी हो गया था। बैंक लगातार तय समय के अंदर व्यापक रूप से इन कमियों को दूर करने में नाकाम रहा।" केंद्रीय बैंक के मुताबिक, कोटक महिंद्रा बैंक के आईटी इनवेंट्री मैनेजमेंट, पैच एंड चेंज मैनेजमेंट, यूजर एक्सेस मैनेजमेंट, वेंडर रिस्क मैनेजमेंट, डाटा सिक्योरिटी और डाटा लीक प्रिवेंशन स्ट्रेटेजी में गंभीर कमियां मिली थीं और कंप्लायंस का पालन नहीं हो रहा था।

दूसरे बैंक रेगुलेशन के पालन को लेकर गंभीर होंगे

केयरएज रेटिंग्स के सीनियर डायरेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा, "इस एक्शन से इंडस्ट्री को सभी तरह के रेगुलेशंस का पालन करने का मैसेज जाएगा। मुझे नहीं लगता कि कोई बैंक रेगुलेशंस का पालन नहीं करने के बारे सोचेगा। कई मामलों में यह इंटरप्रेटेशन का मामला हो जाता है और RBI इस बारे में स्थिति स्पष्ट करता रहता है।"

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कोटक महिंद्रा बैंक की ग्रोथ पर असर

एनालिस्ट्स का मानना है कि कोटक महिंद्रा बैंक की सेवाओं पर लगी रोक का असर उसके बिजनेस की ग्रोथ पर पड़ेगा। इससे मीडियम टर्म में अर्निंग्स पर भी असर पड़ेगा। Emkay Global Financial Services ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि केंद्रीय बैंक के एक्शन का असर बैंक की ग्रोथ पर पड़ेगा। बैंक का कासा रेशियो (CASA Ratio) पहले से ही घट रहा है। यह अपने 48 फीसदी के पीक से काफी नीचे आ चुका है। बैंक के क्रेडिट कार्ड्स के नए ग्राहक बनाने की कोशिशों पर भी पड़ेगा।

कोटक के स्टॉक्स में बड़ी गिरावट

कोटक बैंक के स्टॉक्स में 25 अप्रैल को बड़ी गिरावट देखने को मिली। बैंक का स्टॉक सुबह में बड़ी गिरावट के साथ खुला। पूरे दिन स्टॉक पर दबाव बना रहा। आखिर में यह 10.73 फीसदी गिरकर 1,645 रुपये पर बंद हुआ। 23 अप्रैल को आरबीआई का एक्शन स्टॉक मार्केट बंद होने के बाद आया था।

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