ASTRAZENECA का यू-टर्न! साइड इफेक्ट पर उठे सवालों के बीच बाजार से वापस मंगाई कोविड वैक्सीन

पिछले कुछ दिनों से 'Covishield vaccine'खूब चर्चा में है. हाल ही में ब्रिटिश-स्वीडिश फार्मास्यूटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया था कि कुछ मामलों में कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट सामने आए हैं, जिसके बाद इसे लेकर हंगामा मचा हुआ है. अब कंपनी ने एक और बड़ा कदम उठाया है. एस्ट्राज़ेनेका ने अपने COVID-19 वैक्सीन को वैश्विक स्तर पर वापस लेने की मांग की है. कंपनी ने कहा है कि वह दुनियाभर से अपनी वैक्सजेवरिया वैक्सीन को वापस ले रही है. हालांकि कंपनी ने वैक्सीन को वापस लेने के पीछे कुछ और ही वजह बताई है. एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर इस वैक्सीन को तैयार किया था.

बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में ब्रिटेन औप दूसरे देशों में भी वैक्सीन को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एस्ट्राजेनेका ने कहा कि वैक्सीन को व्यावसायिक कारणों से बाजारों से हटाया जा रहा है. हालांकि ब्रिटेन में कंपनी टीके को लेकर गंभीर आरोपों का सामना कर रही है.

5 मार्च को किया था आवेदन-

कंपनी ने कहा है कि बाजार में कई एडवांस्ड वैक्सीन मौजूद हैं, जो कई तरह के वैरिएंट से लड़ने में सक्षम हैं. ऐसे में कंपनी वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई बंद कर दी गई है. कंपनी ने ये भी बताया कि उन्होंने 5 मार्च को वैक्सीन को वापस लेने का आवेदन किया था, जो 7 मई को लागू हो गया है, जिसके चलते अब यूरोपीय संघ में वैक्सीन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा.

फार्मास्युटिकल दिग्गज को यूके में इस दावे पर 100 मिलियन पाउंड के मुकदमे का सामना करना पड़ रहा है कि कोविड जैब के कारण कई लोगों की मौत हुई और कई लोग घायल हुए. एस्ट्राज़ेनेका ने फरवरी में एक अदालती दस्तावेज़ में स्वीकार किया कि कोविशील्ड "बहुत ही दुर्लभ मामलों में, थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम के साथ टीटीएस या थ्रोम्बोसिस का कारण बन सकती है".

टीटीएस मनुष्यों में रक्त के थक्के और कम रक्त प्लेटलेट गिनती का कारण बनता है और ब्रिटेन में कम से कम 81 मौतों से जुड़ा हुआ है. हालांकि, वैक्सीन निर्माता ने इस बात से इनकार किया है कि कोविशील्ड को वापस लेने का फैसला कोर्ट केस से जुड़ा है.

हार्ट अटैक जैसी परेशानी का बढ़ा खतरा-

टीटीएस यानी थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम एक घातक परेशानी है. इसके चलते हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. ब्रिटेन की हाई कोर्ट में 50 से अधिक पीड़ितों और उनके परिजनों ने एस्ट्राजेनेका के खिलाफ केस किया है, जिसमें कंपनी से 1000 करोड़ रुपये हर्जाने की मांग की गई है.

2024-05-08T05:34:06Z dg43tfdfdgfd