GWALIOR WEATHER: गर्म दोपहरी में छांव तलाशती रही जिंदगी

Gwalior weather: नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर: मई माह में गर्म हवाओं ने दिन में गर्मी बढ़ा दी है। इस कारण दिन का तापमान 0.7 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया और रात का तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस। तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण लोगों को दिन में भीषण गर्मी का अहसास हुआ। इस कारण दोपहर में सड़कें भी सुनसान रहीं, जो लोग निकले भी उन्होंने पेड़ की छाया तलाशी। दिन में भीषण गर्मी के कारण अब लोग दिन में निकलने से बच रहे हैं या फिर चार पहिया वाहन का सहारा ले रहे हैं। लेकिन सबसे अधिक समस्या दो पहिया वाहन चालक और टैंपो-टैक्सी व पैदल यात्री को उठानी पड़ रही है।

अंचल का मौसम शुष्क बना हुआ है

मौसम विज्ञानी हुकुम सिंह का कहना है कि मौसम शुष्क बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण आसमान में बादल तो बने पर हवाओं से नमी न मिलने के कारण वह कमजोर ही रहे। इस कारण से बादलों का असर दिखाई नहीं दे रहा है और धूप के रास्ते में ब्रेकर भी नहीं बन पा रहे हैं। इस कारण तेज धूप से जमीन तप रही है। इधर राजस्थान की ओर से आ रही हवाएं भी गर्म और धूप के संपर्क में आने से वह और भी ज्यादा गर्म हो चुकी है। इस कारण से दिन के साथ साथ रात का तापमान भी गर्म हो चुका है और लोगों को दिन व रात में गर्मी का अहसास हो रहा है।

फिलहाल बढ़ते तापमान से राहत कम

फिलहाल बढ़ते तापमान से राहत की उम्मीद कम है, लेकिन हवाओं से बादलों को नमी मिली तो छह और सात मई को बढ़ते तापमान से राहत मिल भी सकती है। रविवार की सुबह आसमान साफ रहा तो धूप ने भी सुबह से ही तेवर दिखाना शुरू कर दिया। हालात यह थी कि सुबह साढ़े आठ बजे इस बार मई माह में पहली बार तापमान 34 डिग्री को पार कर गया और साढ़े 11 बजे 39 डिग्री पर पहुंच गया। दिन में अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 23.9 डिग्री दर्ज किया गया। हवाओं में सुबह के समय नमी 29 फीसद दर्ज की गई जो सामान्य से आठ फीसद कम रही, जबकि दोपहर में 19 फीसद नमी दर्ज की गई जो सामान्य से तीन फीसद कम रही।

आसमान में छा सकते घने बादल, फिर चलेगी लू

मौसम वैज्ञानिक का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ का असर अगले दो दिन में देखने को मिल सकता है। हिमालय की ओर से आ रही हवाओं से नमी मिली तो ग्वालियर चंबल अंचल के आसमान में जो बादल कमजोर है उन्हें बल मिल सकता है और घने बादल होने से बढ़ते तापमान पर ब्रेक लग सकता है। सात मई के बाद लू चलने की प्रबल आशंका है क्योंकि तापमान सामान्य से चार से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक हो सकता है। पर तमिलनाडु की ओर हवाओं का चक्रवात आगे चलकर बनेगा जिसका असर 12 व 13 मई को देखा जा सकता है जिससे तापमान कम हो सकता है।

2024-05-06T02:24:28Z dg43tfdfdgfd