IDFC FIRST BANK: एमडी, सीईओ के रूप में वी वैद्यनाथन की फिर से नियुक्ति को RBI की मंजूरी

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 19 दिसंबर 2024 से 18 दिसंबर 2027 तक 3 साल के लिए IDFC First Bank के एमडी और सीईओ के रूप में वी वैद्यनाथन की फिर से नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. बैंकिंग इंडस्ट्री के दिग्गज वैद्यनाथन ने 2018 में आईडीएफसी बैंक और कैपिटल फर्स्ट के मर्जर के बाद आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की स्थापना के बाद से ही इसे नया रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उनकी लीडरशिप में बैंक ने अपनी रिटेल लोन बुक का विस्तार करने, बैड लोन को कम करने और एक मजबूत कस्टमर सेंट्रिक-एप्रोच को बढ़ावा देने पर फोकस किया है.

अपने विजनरी लीटरशिप के लिए जाने जाने वाले वैद्यनाथन ने बैंक के पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाइ करने, डिजिटल बैंकिंग सर्विसेज को बढ़ाने और इसके वित्तीय प्रदर्शन को मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभाई है.

बैंक का कुल डिपॉजिट 2.09 ट्रिलियन रुपये

मुंबई में हेडक्वाटर वाला डीएफसी फर्स्ट बैंक रिटेल, कॉर्पोरेट और एसएमई ग्राहकों को सर्विस देने वाला एक फुल-सर्विस बैंक बन गया है. जून के अंत तक आईडीएफसी फर्स्ट बैंक की कुल डिपॉजिट 2.09 ट्रिलियन रुपये थी, जो साल-दर-साल 36 फीसदी अधिक थी, जबकि इसी अवधि के दौरान कुल एडवांसेज 22 फीसदी बढ़कर 2.09 ट्रिलियन रुपये हो गए.

इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंसिंग में अपनी जड़ों के साथ बैंक अब एक मजबूत रिटेल बैंकिंग सेगमेंट का दावा करता है, जो वैद्यनाथन के मार्गदर्शन में इसका प्राइमरी ग्रोथ ड्राइवर बन गया है.

2024-09-19T17:22:17Z dg43tfdfdgfd