IRCTC HOTEL SERVICE: स्‍टेशन पर 100 रुपये में म‍िलेगा होटल जैसा कमरा, बुक‍िंग के ल‍िए बस करना होगा यह काम

IRCTC Retiring Room Booking: अगर आप भी अक्‍सर ट्रेन से सफर करते हैं और इस दौरान अपने गंतव्‍य पर पहुंचने के बाद आप रूम के ल‍िए परेशान होते हैं तो यह खबर आपके ल‍िए है. जी हां, रेलवे की तरफ से प‍िछले द‍िनों शुरू की गई सुव‍िधा के तहत आपको रूम लेने के ल‍िए होटल-होटल भटकने की जरूरत नहीं है. रेलवे की तरफ से यात्रियों की सुव‍िधा को ध्‍यान में रखते हुए तमाम तरह की सुविधाएं दी जाती हैं. रेलवे की तरफ से त्योहारों और गर्मियों के दौरान भीड़ को ध्यान में रखकर स्‍पेशल रेलगाड़ियां भी चलाईं जाती हैं. इस तरह की सुव‍िधाओं से यात्रियों को भी काफी राहत मिलती है.

स्‍टेशन पर रुकने की सुव‍िधा दी जाती है

आज हम आपको रेलवे से जुड़े ऐसे न‍ियम के बारे में बताएंगे, ज‍िसके बारे में सुनकर आप खुश हो जाएंगे. इस सुव‍िधा के तहत रेलवे की तरफ से स्‍टेशन पर रुकने की सुव‍िधा दी जाती है. इस सुव‍िधा के बारे में बहुत कम लोगों को पता होता है. ज्यादातर लोग स्टेशन के आसपास होटल ढूंढते हैं, उनका किराया भी काफी ज्यादा होता है. लेकिन उन्‍हें यह नहीं पता होता क‍ि स्टेशन पर ही कम किराये में कमरे ल‍िये जा सकते हैं. इन कमरों में सुव‍िधा भी ब‍िल्‍कुल होटल जैसी होती है और क‍िराया भी न के बराबर. आगे पढ़िए आप होटल क‍ितने रुपये में और कैसे बुक कर सकते हैं?

आप भी ट्रेन में सफर कर रहे हैं और स्टेशन पर रुकना पड़ रहा है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. स्टेशन पर ही आपको कमरा मिल जाएगा. होटल जाने और कमरे पर पैसे खर्च करने की कोई जरूरत नहीं. ये कमरे एसी वाले होते हैं और होटल के कमरों की तरह इनमें जरूरत की हर चीज मिल जाएगी. रातभर रुकने के लिए इन कमरों का किराया 100 रुपये से लेकर 700 रुपये तक होता है. अगर आप भी स्टेशन पर कमरा लेना चाहते हैं तो आगे बताएं गए तरीके को फॉलो कर सकते हैं-

कमरा कैसे बुक करें?

> सबसे पहले आपको आईआरसीटीसी अकाउंट ओपन करना होगा.

> इसके बाद लॉगइन करें और मॉय बुकिंग के ऑप्‍शन पर जाएं.

> यहां आपको टिकट बुकिंग के नीचे 'रिटायरिंग रूम' का ऑप्‍शन द‍िखाई देगा.

> यहां क्लिक करने के बाद आपको रूम बुक करने का ऑप्‍शन मिलेगा.

> यहां आपको अपनी न‍िजी और यात्रा संबंधी जानकारी दर्ज करनी होगी.

> यहां पेमेंट करने के बाद आपका कमरा बुक हो जाएगा.

2024-05-03T08:11:17Z dg43tfdfdgfd