JAIPUR NEWS:ई मित्र ऑपरेटरों की होगी परीक्षा,पूछे जाएंगे SSO आईडी जैसे सवाल

Jaipur News:प्रदेश में 600 से ज्यादा ई-मित्रों द्वारा दी जा रही सेवाओं में सुधार करने और बेहतर तरीके से सेवाओं की डिलीवरी करने के उद्देश्य से सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग जल्दी ही ई मित्र ऑपरेटर्स की ई-मित्र परीक्षा कराएगा.यह परीक्षा दो चरणों में होगी.पहले चरण में प्री और दूसरे चरण में मैन्स की परीक्षा होगी.प्रदेश में यह परीक्षा 90 हजार ई मित्र कियोस्क धारकों को देनी होगी.

ई-मित्र कियोस्क संचालकों की शिकायत के बाद सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने सेवाओं में सुधार करने और बेहतर तरीके से सेवाओं की डिलीवरी करने के उद्देश्य से सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग जल्दी ही ई मित्र ऑपरेटर्स की ई-मित्र परीक्षा कराने का फैसला लिया है.सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने प्रदेश के सभी जिला स्तरीय अधिकारियों से इस बारे में सुझाव भी मांगा है.कि यदि वे प्रश्नों को लेकर कोई बात कहना चाहते हैं तो कह सकते हैं.

दरअसल प्रदेश में करीब 90 हजार ई मित्र हो चुके हैं जो नुक्कड़ से लेकर गली तक चल रहे हैं.विभाग ने इसका तोड़ निकाला और नियम तय कर दिए कि एक महीने में यदि कोई दस से कम ट्रांजेक्शन करता है तो उसकी आईडी डी-एक्टिव कर दी जाएगी और उस पर 500 रुपए की पैनल्टी भी लगाई जाएगी.इसके अलावा यदि कोई ई मित्र तीन महीने तक आईडी से कोई ट्रांजेक्शन नहीं करेगा,तो उसकी आईडी 9 महीने बाद ही शुरू हो पाएगी और इसके लिए उसे 1 हजार रुपए की पैनल्टी देनी होगी.

विभाग के इन नियमों के बाद प्रदेश में ई मित्रों की संख्या घटकर 80 हजार रह गए.मतलब करीब 10 हजार ई मित्र इन नियमों में आने के बाद बंद हो गए.अब विभाग का फोकस गुणवत्तापूर्ण सेवाएं देने का है और इसीलिए इस परीक्षा का कॉन्सेप्ट लाया गया है.ताकि पता लग सके कि जो लोग ई मित्र संभाल रहे हैं उन्हें नॉलेज किस स्तर की है.

ई मित्रों को कियोस्कों की परीक्षा में होने वाले प्री एग्जाम में सामान्य सवाल पूछे जाएंगे.जैसे कंप्यूटर के बारे में, इंटरनेट की जानकारी, एसएसओ आईडी कैसे बनती है, इसके लिए किन दस्तावेजों की जरूरत है और ई मेल कैसे बनाया जाता है.मतलब प्री में सामान्य कंप्यूटर से जुड़े सवालों को ही शामिल किया जाएगा.

इसके बाद करीब 6 महीने के अंतराल में मैन्स एग्जाम होगा.इसमें विभाग द्वारा दी जा रही सेवाओं से जुड़ी जानकारियां पूछी जाएंगी.जैसे मूल निवास कैसे बनता है, इसके लिए क्या जरूरत होती है, आय प्रमाण पत्र के लिए कौनसे दस्तावेज आवश्यक हैं या किसी भी विभाग की सर्विस के बारे में सवाल पूछा जा सकता है.दोनों ही परीक्षाएं ऑनलाइन मोड पर होंगी।

बहरहाल, प्रदेश में पहले 90 हजार कियोस्क थे जो विभाग के समय-समय पर बनाए गए नियमों के बाद 80 हजार रह गए हैं.अब विभाग का मुख्य उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण सेवाएं आमजन को उपलब्ध करवाना है.इसी को देखते हुए ई मित्रों की यह परीक्षा करवाई जा रही है.क्योंकि अब लगभग सभी विभागों की सेवाएं ऑनलाइन हो चुकी हैं.ऐसे में यह देखना भी जरूरी है कि कियोस्कधारक को कितनी जानकारी है.जो असफल रहेंगे उनके हिसाब से आगामी निर्णय लिए जाएंगे.

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