संवाद सहयोगी, कटक। चुनाव के लिए दिन जितने करीब आते जा रहे हैं, उसी के हिसाब से विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से प्रचार के कार्य में तेजी हो रही है। उसी के तहत रविवार के को कटक दौरे पर बुद्धिजीवी सम्मेलन "विश्वबंधु बंधु" कार्यक्रम में शामिल हुए। विदेश मंत्री डॉ एस.जयशंकर ने इस मौके पर कहा कि इस बार आप जो निर्णय लेंगे उसका असर देश में नहीं, बल्कि पूरे दुनिया में होगा।
अगर आप मुझे सुनेंगे और उसके द्वारा निर्णय लेंगे आप खुद जान पाएंगे, उसका क्या आगे असर होगा। बाहर के देशों को लगता है कि इस देश से हम अपेक्षा कर सकते हैं। यह देश अपनी ओर से जो कुछ कर पाएगा करेगा। दुनिया मानती है कि संकट में या फिर आमतौर हर समय यह देश आगे बढ़ता रहेगा, कुछ ना कुछ करता रहेगा, विश्व में इसकी योगदान जरूर होगी।
विश्वबंधु उस देश को कहते हैं, जिसके पूरे विश्व में जो रिश्ते होता हैं वह दोस्ती के रिश्ते होता हैं। विश्वबंधु वह देश होता है जिसके पास ज्यादा ताकत है और समस्याएं कम है। यह बात विदेश मंत्री जयशंकर ने इस मौके पर कही। विश्वबंधु देश होता है उसको यह अफसर मिलता है कि दुनिया में जो संभावना है जैसे रिसोर्स हैं, टेक्नोलॉजी है यां फिर इन्वेस्टमेंट के अवसर है यां दुनिया की बेस्ट प्रैक्टिसेज का। मौका हैं ।
दुनिया उसे विश्वबंधु के साथ सब कुछ शेयर करने के लिए तैयार रहता है। जिस देश की इस तरह की छवि बन जाती है, वह विश्व बंधु कहलाता है । भारत में इन दिनों जो विदेशी निवेश है, अलग-अलग देश के अलग-अलग कंपनियां भारत आ रही है । इससे यह साफ हो रही है कि, दुनिया किस तरह से भारत के साथ जुड़ना चाहते हैं । दूसरे देशों के साथ कैसे मिलजुल कर काम करें, उस पर भारत अहमियत दे रहा है । उसी के चलते कई राष्ट्र यहां तक यूरोप और अमेरिका भी सुरक्षा के मद्देनजर भारत के साथ जुड़ चुके हैं ।
हम रशिया, अफ्रीका के देश खाड़ी के विभिन्न देश ,इजराइल, अरब अमीरात जैसे देशों के साथ भी जुड़ सकते हैं । हो सकता है कि, उनके बिच आपसी विवाद हो या मतभेद हो । लेकिन वह देश भारत के साथ जुड़ना चाहते हैं । देश के अंदर हम जो बात करते हैं वही राजनीति, कूटनीति बन जाता है । हम सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास प्राप्त करना चाहते हैं। उसे पर हम काम कर रहे हैं । देश की छवि जो है, देश की नेता की छवि से बनती है ।
आज भारत को पूरी दुनिया जो विश्व बंधु कहती है, वह देश भी है और व्यक्ति भी है । और आप जानते हैं कि, मैं किस व्यक्ति के बारे में बात कर रहा हूं । पिछले 10 साल की मोदी सरकार के आंकड़े पर अगर नजर डालें तो, भारत के लोगों ने भारत के मतदाताओं ने जो निर्णय लिया है वह उम्मीद का निर्णय रहा। वर्ष 2019 का जो निर्णय रहा, वह 5 साल का निर्णय भरोसे का निर्णय रहा । वर्तमान का जो निर्णय वह गारंटी का निर्णय होगा ।
मोदी जी कहते हैं कि, उनकी गारंटी की गारंटी है । पिछले 10 सालों के अंदर हम देश के लिए एक नई मजबूत फाउंडेशन तैयार तैयार किया है । उसी के आधार पर हम अगले 25 साल की यात्रा तय करेंगे। जो अमृत काल की यात्रा है । वह विकसित भारत की यात्रा होगा । विश्व बंधु जो है वह एक विकसित भारत यात्रा के लिए बहुत बड़ी जरूरत है । हमें इस ग्लोबलाइजड यानी वैश्चिक दुनिया में आगे जाना है तो, भारत को विकसित बनाना जरूरी है ।
हमें अगर अपने लक्ष्य पर प्राप्त करने हैं तो दुनिया के साथ साझेदारी करनी होगी । उसका उपयोग जो होगा ,उसका जो लाभ भी होगा। यह सब अमृत काल यात्रा के दौरान होगा । आज के समय सऊदी अरब, ईरान भी हमारे साथ काम करना चाहिए । रसिया भी हमारे साथ काम करना चाहता है। वियतनाम, सिंगापुर भी हमारे साथ काम करना चाहता है । इन्वेस्टमेंट होने से रोजगारी बढ़ेगी,कनेक्टिविटी बढ़ेगी ।
तो निश्चित तौर पर विश्व बंधु के द्वारा हमें यह सब लाभ मिल सकता है । यह बात इस मौके पर विदेश मंत्री डॉ एस.जय शंकर ने कही है । इस कार्यक्रम में कटक लोकसभा चुनाव क्षेत्र के सांसद उम्मीदवार भर्तृहरि महताब,पूर्व केंद्र मंत्री तथा सांसद चंद्र प्रकाश जोशी, बारबाटी कटक विधानसभा चुनाव क्षेत्र के उम्मीदवार डॉ पूर्णचंद्र महापात्र, चौद्वार कटक विधान सभा चुनाव क्षेत्र के उम्मीदवार नयन किशोर मोहंती,भाजपा के पूर्व राज्य अध्यक्ष अमीर मोहंती, कटक नगर भाजपा के अध्यक्ष ललाटेंदु बडू,भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद दास प्रमुख मंच के ऊपर उपस्थित थे । इस बुद्धिजीवी सम्मेलन के दौरान लगभग 20 बुद्धिजीवी और छात्र-छात्राओं के द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब भी विदेश मंत्री डॉ जयशंकर ने दी।
2024-05-05T18:49:41Z dg43tfdfdgfd