JALORE SCHOOL: लू का अलर्ट, जालौर में क्लास 5वीं तक के स्कूलों में छुट्टी, इन कक्षाओं की टाइमिंग में बदलाव का आदेश

Jalore News Today: जालौर सहित पूरे राजस्थान में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है. भीषण गर्मी की देखते हुए जालौर कलेक्टर पूजा पार्थ ने जिले के सभी शासकीय और निजी स्कूलों में क्लास नर्सरी से 5वीं तक 9 से 15 मई तक छुट्टी का आदेश दिया है. 

इसी तरह क्लास 6 से 12 का समय में बदलाव करते हुए सुबह 7 बजे से 11.30 बजे तक कर दिया, जबकि समस्त शिक्षकों व कार्मिकों का समय यथावत रहेगा. प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है.  इसी बीच मौसम विभाग ने जालौर में लू का अलर्ट जारी किया है.

अगले 24 घंटों में जालौर का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का आसार हैं. इससे पहले बुधवार (8 मई) को जालौर का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के सात शहरों का अधिकतम तापमान बुधवार को 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया. 

इस दौरान बुधवार को जालौर में अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था. जो इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा. बीते 24 घंटों में रात का अधिकतम तापमान 30 डिग्री दर्ज किया गया. आमजन गर्मी से बचने के लिए अलग-अलग जतन करते नजर आए. लू चलने से दोपहर में सड़के सूनी नजर आई. 

गर्मी से राहत के नहीं हैं आसार

मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक और गर्मी के साथ लू चलने की संभावना जताई है. जालौर में भीषण गर्मी से लोगों का हाल बुरा है. सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक लोगों का घरों से बाहर निकला मुश्किल हो गया है. रात का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दोपहर में बाजार सूने नजर आ रहे हैं.

मौसम विभाग ने जालौर शुक्रवार (10 मई) को अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना जताई है, हालांकि न्यूनतम तापमान में 29 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. जालौर के लोगों को अगले कई दिनों तक गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं हैं. मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक लू का अलर्ट जारी किया है.

 

गर्मी से बचने के लिए लोग गन्ने का जूस, नींबू पानी, आइसक्रीम का सहारा ले रहे हैं, इस तरह दुकानों पर भीड़ लगी रहती है. जालौर-सांचौर में पिछले करीब 6 दिनों से दिन के तापमान में 6.1 डिग्री सेल्सियस बढोतरी दर्ज की गई. बुधवार को दिन का तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, इसी तरह गुरुवार को अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

 

मौसम विशेषज्ञ आनंद कुमार शर्मा ने बताया कि अगले दो दिन तक और लू चलने और तापमान बढ़ने की संभावना हैं. जिससे दिन का तापमान 46 डिग्री डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है. तेज गर्मी और लू से हेल्थ एक्सपर्ट ने बचने की सलाह दी है.

हीट वेव और लू से बचाव के लिए एडवाइजरी

आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग ने तेज गर्मी में लू-ताप गर्मी, तापमान बढ़ने, ताप की लहर, हीट वेव और अन्य विपरीत जलवायु परिवर्तन से आमजन के बचाव औ राहत के लिए एडवाईजरी जारी की हैं. 

अतिरिक्त जिला कलक्टर शिवचरण मीना ने बताया कि आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग द्वारा गर्मी और ताप की लहर को देखते हुए "क्या करें व क्या ना करें" इस संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है. 

लू और हीट वेव से बचने के एडवाजरी जारी की गई है. जिसमें बताया गया है कि गर्मियों में पर्याप्त पानी पीयें और अपने आपको हाइड्रेट रखने के लिए ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन), घर के बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का मांड) नींबू का पानी और छाछ आदि का सेवन करें.

हल्के रंग के ढीले और सूती कपड़े पहनें. अगर कहीं बाहर हैं तो गर्मी और तेज धूप से बचाव के लिए अपने सिर ढकने के लिए कपड़ा, टोपी या छतरी का उपयोग करें. आंखों की सुरक्षा के लिए धूप के चश्म का प्रयोग करें और त्वचा की सुरक्षा के लिए सनक्रीन लगाएं और स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर डॉक्टरों की सलाह लें.

बच्चों के लिए बरती जाने वाली सावधानियां

गर्मी के मौसम में बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं. शिशुओं में गर्मी की वजह से होने वाली बीमारियों का पता लगाना सीखें. अगर बच्चे के पेशाब का रंग गहरा है तो इसका मतलब है कि वह डिहाइड्रेशन (पानी की कमी) का शिकार है. बच्चों को बिना देखरेख खड़ी गाड़ी में छोड़ कर न जाएं, क्योंकि वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते हैं. 

मवेशियों के लिए बरती जाने वाली सावधानियां

पशुओं को छाए में रखें और उन्हें पीने के लिए पर्याप्त, स्वच्छ और ठंडा पानी दें. पशुओं से सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच काम न लें. शेड की छत को पुआल से ढक दें. तापमान कम करने के लिए इसे सफेद रंग या चूने से रंग दें या गोबर से लेप लगा दें. शेड में पंखे, वाटर स्प्रे और फॉमर्स का प्रयोग करें.

अत्यधिक गर्मी के दौरान पानी का छिड़काव करें और मवेशियों को ठंडा करने के लिए जल निकाय पर ले जाएं. पशुओं को हरी घास, प्रोटीन-वसा बाईपास पूरक, खनित मिश्रण और नमक दें. दिन के जिस हिस्से में तापमान कम हो, उस समय उन्हें चरने के लिए छोड़ दें.

क्या ना करें?

धूप में बाहर जाने से बचें (खासकर दोपहर 12 और 3 बजे के बीच). दोपहर में खुले में होने वाले कामों को करने से बचें.नंगे पांव बाहर न जायें. दिन के सबसे गर्म समय में खाना पकाने से बचें. खाना पकाने वाले हिस्से को हवादार बनाए रखने के लिए दरवाजे और खिड़कियां खुली रखें. 

शरीर को डिहाइड्रेट होने से बचाने के लिए शराब, चाय, कॉफी और कॉर्बोनेटेड शीतल पेय का इस्तेमा न करें. अधिक प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन ना करें. पार्क किए गए वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को न छोड़ें, ऐसे बल्बों का उपयोग करने से बचे जो अनावश्यक गर्मी उत्पन्न करते हैं.

लू प्रभावित करें ये काम

लू से प्रभावित व्यक्ति के शरीर के तापमान को कम करने के लिए पीड़ित के सिर पर गीले कपड़े का उपयोग करें या पानी डालें. व्यक्ति को ओआरएस या नींबू, शरबत या ऐसी चीजें जो शरीर को दोबारा सक्रिय करने के लिए उपयोगी हों, उसका इस्तेमाल करें. 

व्यक्ति को तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जायें. अगर लगातार उच्च तापमान बना रहता है और सिरदर्द,चक्कर आना, कमजोरी, मतली या भटकाव जैसे लक्षण दिखाई पड़े तो ऐसी स्थिति में फौरन चिकित्सीय परामर्श ले.

(रिपोर्ट-हीरालाल भाटी)

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