KAUSHAMBI NEWS: बंदरों के हमले से दर्जन भर लोग हो चुके हैं घायल, जिम्मेदार बेखबर

संवाद सूत्र, चायल। तहसील क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में इन दिनों बंदरों का आतंक है। अब तक बंदरों ने दर्जन भर से अधिक लोगों को काटकर घायल कर दिया है। इससे ग्रामीणों में दहशत है। 

लोगों ने इस बारे में स्थानीय प्रशासन सहित वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी, लेकिन जिम्मेदारों ने लोगों की इस समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है।

चायल तहसील क्षेत्र के कसेंदा गांव निवासी राम नरेश, प्रभाकर सिंह, भुवन लाल, राम सिंह, ज्ञान सिंह प्रकाश ने बताया कि लगभग एक साल पहले उनके गांव में खुंखार बंदरों ने डेरा जमा लिया। अब स्थिति यह है कि यह बंदर लोगों के घरों में घुसकर उन पर हमला करते हैं। 

इनके हमले में कसेंदा समेत फतेहपुर-सहावपुर, भगवतपुर ब्लाक के अकबरपुर-मिर्जापुर, कादिलपुर, भीखपुर मेंडवारा गांव के दर्जन भर से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। इनके दहशत से लोग खुले में बैठ नहीं पाते हैं। 

लोगों ने यह भी बताया कि रात के समय छत पर सोने जाने पर यह बंदर हमला कर देते हैं। इस कारण लोग रतजगा भी करते हैं। इसको लेकर लोगों ने स्थानीय पुलिस और तहसील प्रशासन सहित वन विभाग के अधिकारियों को जानकारी दी। 

साथ ही बंदरों को पकड़ने की मांग की। इस संबंध में एसडीएम चायल योगेश कुमार गौड़ का कहना है कि कई गांवों में बंदरों के आतंक की शिकायत मिली है। वन विभाग के अधिकारियों को बंदरों को पकड़ने का निर्देश दिया गया है।

सामान भी देते हैं तोड़-फोड़

लोगों के मुताबिक, उत्पाती बंदर छतों पर लगे डीटीएच की छतरी, टीन शेड, पानी की टंकी, पाइप लाइन, केबल तार आदि सामान तोड़फोड़ देते हैं। इसके अलावा खाद्य सामग्री, अनाज, सब्जियां भी मौका पाते ही नष्ट कर देते हैं।

हमले में यह लोग हो चुके हैं घायल

उत्पादी बंदरों के हमले में कादिलपुर गांव के निखिल पुत्र संतोष, कुलदीप पुत्र जगलाल, आसमा पुत्री सुमित, दीपू पुत्र जगलाल, मंगला देवी पत्नी जगदीश प्रसाद, छोटकी पत्नी पसेरी लाल, निशा पुत्री अभिलाष, राजेश कुमार पुत्र गंगा प्रसाद, कुबुल पुत्र अशोक कुमार आदि घायल हो चुके हैं।

2024-09-18T21:15:37Z dg43tfdfdgfd