MUMBAI AHMEDABAD BULLET TRAIN: बुलेट ट्रेन की पहली झलक, ड्रीम रूट पर 350 KMPH की स्पीड से भरेगी फर्राटा

Mumbai Ahmedabad Bullet Train: भारत की पहली बुलेट ट्रेन का इंतजार हर किसी को है। यह ट्रेन मुंबई से अहमदाबाद के ड्रीम रूट पर फर्राटा भरेगी। इस रूट पर तेजी से काम चल रहा है। जानकारी के मुताबिक, पहली बुलेट ट्रेन गुजरात के वडोदरा से होकर गुजरने वाली है। गुरुवार को बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के डायरेक्टर प्रमोद शर्मा ने वडोदरा में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया।

उन्होंने बताया, बुलेट ट्रेन परियोजना की कुल लंबाई 508 किलोमीटर है और परियोजना की कुल लागत 1.08 लाख करोड़ रुपये है। इस परियोजना पर पूरा काम जापानी तकनीक से किया जा रहा है। अब तक परियोजना का 212 किमी वायाडक्ट कार्य पूरा हो चुका है, शेष कार्य प्रगति पर है। बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए 345 किमी नींव में से 333 किमी का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि 245 किमी में से 212 किमी का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। गर्डर कास्टिंग का काम भी पूरा हो चुका है।

भूमि अधिग्रहण का 100% काम पूरा

परियोजना डायरेक्टर ने बताया कि बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए 100 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। गुजरात में सूरत और आनंद के पास ट्रैक निर्माण बेस की स्थापना के साथ 35000 मीट्रिक टन से अधिक रेल की खरीद की जा चुकी है। परियोजना और ट्रैक निर्माण मशीनरी के चार सेट खरीदे गए हैं, जिनमें पार, पूर्णा, मिंधोला, अंबिका, औरंगा, वेंगानिया, मोहर, धाधर, कोलक, वात्रक और कावेरी नदियों सहित 11 नदियों पर पुल शामिल हैं।

350 किमी/घंटे से भरेगी रफ्तार

बुलेट ट्रेन 320 किमी प्रति घंटे की गति से चलेगी। इसकी अधिकतम गति 350 किमी प्रति घंटे तक होगी। सूरत और बेलीमोरा के बीच एक ट्रायल रन का लक्ष्य वर्ष 2026 में है। महत्वपूर्ण बात यह है कि परियोजना के लिए सभी सिविल और ट्रैक मशीनरी भारत में बनाई जा रही है। वडोदरा शहर में बुलेट ट्रेन के 87.5 किमी लंबे हिस्से पर अब तक ट्रैक के दोनों ओर शोर अवरोधक लगाए जा चुके हैं, जिसमें 50 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

अहमदाबाद से मुंबई के बीच बनेंगे 12 स्टेशन

अहमदाबाद और मुंबई के बीच 12 बुलेट ट्रेन स्टेशन बनाए जाने हैं। इनमें गुजरात के वापी, बेलीमोरा, सूरत, भरूच, वडोदरा, आनंद, अहमदाबाद और साबरमती में स्टेशन बनाए जाएंगे। जबकि मुंबई, ठाणे, विरार में स्टेशन बनाए जाएंगे।सभी स्टेशन स्थानीय थीम पर आधारित होंगे। सभी रेलवे स्टेशनों के फाउंडेशन का काम पूरा हो चुका है और दिसंबर 2025 तक सभी बुलेट ट्रेन स्टेशन बनकर तैयार हो जाएंगे।

जानिए वडोदरा स्टेशन की खासियत

- 3 मंजिला स्टेशन बनाया जाएगा

- 2 आइलैंड प्लेटफॉर्म होंगे

- 4 ट्रैक होंगे

- स्टेशन की ऊंचाई 34.5 मीटर होगी

- वडोदरा में पंड्या ब्रिज के पास 16467 वर्ग मीटर क्षेत्र में बुलेट ट्रेन स्टेशन बनाया जाएगा

- बुलेट ट्रेन स्टेशन का डिजाइन बरगद के पेड़ की प्रोफाइल और पत्ते से प्रेरित होगा।

- फिलहाल स्टेशन के प्रथम तल की स्लैब कास्टिंग का काम चल रहा है, 10 में से 1 स्लैब पूरी तरह बनकर तैयार है।

- स्टेशन पर प्रतीक्षा क्षेत्र, बच्चों की देखभाल, विश्राम कक्ष, शौचालय, खुदरा, वाणिज्यिक दुकानें और साइनेज होंगे।

- बिजनेस क्लास लाउंज भी होगा

- लॉकर की सुविधा होगी

- कार, बस, थ्री व्हीलर के लिए पार्किंग की सुविधा होगी

कर्मचारियों और अधिकारियों को दी जा रही ट्रेनिंग

खास बात यह है कि बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर जितनी तेजी से काम चल रहा है, उतनी ही तेजी से कर्मचारियों और अधिकारियों को ट्रेनिंग भी दी जा रही है। प्रतापनगर में नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन का एक प्रशिक्षण संस्थान बनाया गया है। वर्ष 2020 में वहां विभिन्न प्रकार के दो ट्रैक बनाए गए हैं। एक 3 मंजिला प्रशासनिक भवन निर्माणाधीन है, जबकि रहने के लिए एक छात्रावास भी बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का साल 2026 में सूरत से बेलीमोरा के बीच ट्रायल होगा, जिसके बाद देशवासियों को बुलेट ट्रेन का तोहफा मिलेगा और देशवासी समय की भी बचत कर सकेंगे और बुलेट ट्रेन से यात्रा करके गति का आनंद लें।

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