SONY 1000X M3: 6 साल के रगड़ इस्तेमाल के बाद भी दम भर रहे ये हेडफोन्स

अपने यहां एक कहावत है - दादा खरीदे और पोता इस्तेमाल करे. मतलब कोई भी प्रोडक्ट जो लंबे से भी लंबे समय तक चले तो उसके लिए इस कहावत का इस्तेमाल एकदम मुफीद. आज हम एक ऐसे ही प्रोडक्ट की बात करने वाले हैं जो इस कहावत के काफी नजदीक है. नजदीक इतना कि पिछले 6 साल के लगातार इस्तेमाल के बाद भी कहीं कोई दिक्कत नहीं है. सिर्फ थोड़ी शक्ल खराब हुई है. जो थोड़ा मेकअप कर दें तो एकदम नया लगने लगे. थोड़ा दरक भी गया है मगर हमारी गलती से. लेकिन परफ़ॉर्मेंस एकदम पहले दिन के जैसा.

हम बात करने वाले हैं SONY 1000X M3 हेडफोन्स की. हेडफोन्स के परिचय में इतना बता देते हैं कि ये Covid-19 से पहले मार्केट में आए थे. तब से लगातार हम खुद इस्तेमाल कर रहे. ऐसे में इनका लॉन्ग टर्म रिव्यू तो बनता है.

SONY 1000X M3 के पांच साल

SONY ने साल 2019 में इनको बाजार में उतारा था. वायरलेस हेडफोन्स जो डिजाइन, फीचर्स और शानदार परफ़ॉर्मेंस का परफेक्ट कॉम्बो हैं. हम ऐसा इसलिए कह सकते हैं क्योंकि साल 2019 से खुद इनको कानों में पहने हुए हैं. इंडियन कंडीशन मतलब तेज गर्मी से लेकर जीरो डिग्री वाली ठंड में लगातार पहनने के बाद भी ईयर कप खराब नहीं हुए हैं.

हां, ये अलग बात है कि 5 साल के इस्तेमाल के बाद ईयर कुशन का मटेरियल निकलने लगा है. कानों से लेकर कपड़ों तक उसके छोटे-छोटे चिथड़े यदा-कदा नजर आ जाते हैं. मगर साउंड क्वालिटी आज भी पहले जैसी. राइट साइड का एक हिस्सा दरक गया है. लेकिन तार-वार नहीं टूटे तो अपन टेप लगा दिए. बाकी सब वाकई में ठीक-ठाक.

आज भी 4 घंटे से ज्यादा का बैटरी बैकअप मिलता है वो भी Active Noise Cancellation ऑन रहते हुए. ANC से याद आया कि जो ये ऑन है तो बाहर भले कोई नगाड़ा बजाता रहे. म्यूजिक के प्रवाह में कोई बाधा नहीं पड़ेगी. अगर बैटरी बैकअप ज्यादा चाहिए तो 3.5mm जैक में केबल खोंस लीजिए. कुछ घंटों का और इंतजाम हो जाएगा.

आजकल एक बड़ा ब्रांड टाइप-सी पोर्ट देने के बाद बहुत इतराता है, मगर इन हेडफोन्स में पांच साल पहले से टाइप-सी और फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट है. जितनी देर में चाय का उबाल आएगा उतनी देर में हेडफोन्स अगले कुछ घंटों के लिए तैयार हो चुके होंगे. इतना ही नहीं Alexa का भी सपोर्ट है.

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म्यूजिक से इतर बतियाने में भी इनका कोई सानी नहीं. सामने वाले को आपकी आवाज एकदम साफ सुनाई देती है. इतना ही नहीं, अगर म्यूजिक का आनंद लेते हुए कोई सामने आ जाए तो बस हेडफोन्स के कप पर हाथ रख लीजिए. Noise Cancellation और म्यूजिक ऑफ हो जाएगा और आजू-बाजू की आवाज साफ सुनाई देने लगेगी. ये वो फीचर है जिसकी वजह से हेडफोन्स को बार-बार उतारने की जरूरत नहीं पड़ती.

बात करें कीमत की तो भइया हमने खर्च किए थे, 27000 रुपये. मगर आज की तारीख में 12-13 हजार के अल्ले-पल्ले मिलेंगे. हालांकि, SONY ने इनको बनाना बंद कर दिया है क्योंकि इसके बाद 1000X M4 और 1000X M5 भी बाजार में आ चुके हैं.

जो आपको लग रहा हो कि इतने पुराने प्रोडक्ट की बात क्यों करना भला. जनाब बात प्रोडक्ट की नहीं, बल्कि बेहतरीन तकनीक और फीचर्स की है. कहने को तो हेडफोन्स 500 रुपये में भी मिल जाएंगे लेकिन शायद 6 महीने में धोखा दे जाएं. मगर जो अच्छी तकनीक पर इन्वेस्ट करेंगे तो रिटर्न भी अच्छा मिलेगा.

इसलिए अगर बजट की समस्या नहीं हो तो तकनीक पर पैसा लगाने में कोई बुराई नहीं.

2024-09-16T14:04:27Z dg43tfdfdgfd