TIKAMGARH NEWS: प्रेम-प्रसंग के शक में युवक ने प्रेमिका को मौत के घाट उतारा

नईदुनिया प्रतिनिधि, टीकमगढ़। पलेरा थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग की हत्या का पर्दाफाश हुआ है। इसमें 17 वर्षीय नाबालिग का हत्यारा उसका प्रेमी ही निकला, जिसे नाबालिग के अन्य प्रेमी होने का शक था। लाठी-डंडों से मारपीट कर नाबालिग को मौत के घाट उतारने के बाद से ही आरोपित फरार था।

पुलिस को पीएम रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद हत्या का मामला दर्ज करते हुए आरोपित की तलाश शुरू की। आरोपित काे गिरफ्तार कर पूछताछ की गई और फिर न्यायालय में पेश कर जेल भेजने की कार्रवाई की गई। इसके पहले पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने पुलिस कंट्रोल रूम में पूरे मामले का पर्दाफाश किया।

गौरतलब है कि 28 अप्रैल 24 को थाना पलेरा के रसीला खिरक गांव में एक 17 वर्षीय नाबालिग की हत्या कर दी थी। सूचना पर पुलिस द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पीएम कराया गया। पीएम उपरांत थाना पलेरा में धारा 302 के तहत अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध हत्या का मामला दर्ज हुआ।

अंधे हत्याकांड के पर्दाफाश को लेकर पुलिस को चुनौती यह मामला बना हुआ था, जिसमें पीएम रिपोर्ट के अलावा अन्य सुराग नहीं मिल रहे थे। लेकिन साइबर सेल की मदद से आरोपित तक पुलिस पहुंच गई और एसपी द्वारा गठित एक दल ने आरोपित को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।

आरोपित बोला: मृतिका अन्य किसी से भी करती थी प्रेम

पुलिस ने एफएसएल टीम, साइबर सेल, परिस्थितिजन्य साक्ष्य एवं मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर कार्य करना शुरू किया, तो घटना में संदेह के आधार पर आरोपित अवध प्रसाद पुत्र सुखदीन यादव उम्र 34 साल निवासी पलेरा को चिंहित किया, जाे घटना के बाद से ही घर से बाहर था, जिसकी तलाश की गई। पुलिस की टीम ने आरोपित को गिरफ्तार कर पूछताछ की, जिसने पूछताछ में जुर्म करना स्वीकार किया। आरोपित ने पुलिस को बताया कि मृतिका और उसके बीच प्रेम प्रसंग था। लेकिन मृतिका के अन्य किसी से भी प्रेम प्रसंग चलने का शक मुझे था और प्रेम होने के शक में मृतिका की हत्या कर दी।

मिलने के बहाने से आरोपित ने बुलाया

पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने बताया कि आरोपित द्वारा मृतिका को रात में फोन कर मिलने के लिए बुलाया गया, जहां आरोपित एवं मृतिका के बीच मृतिका के गांव के अन्य किसी से प्रेम होने की बात पर लड़ाई झगड़ा कर मारपीट शुरू हो गई। विवाद के दौरान ही आरोपित ने पास में पड़े हुए लाठी-डंडों से मारपीट कर दी। गंभीर चोटें आने के बाद घटना स्थल पर ही नाबालिग की मौत हाे गई थी।

इसके बाद पुलिस ने शव को बरामद कर पीएम कराया और फिर स्वजनों को सौंपा। स्वजन पहले से ही हत्या के आरोप लगा रहे थे। घटना का खुलासा एवं आरोपितों को गिरफ्तार करने में पलेरा थाना प्रभारी, उपनिरीक्षक मयंक नगायच, प्रधान आरक्षक मनमोहन रैदास, फूलचंद बौद्ध, रहमान खान, आरक्षक दीपक मिश्रा, भास्कर मिश्रा, लक्ष्मण पटेल, नरेंद्र पटेल, पृवेंद्र पटेल, कुलदीप चतुर्वेदी, सुमित दुबे, महिला आरक्षक नीतू विश्वकर्मा, मोनिका मुबेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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