पुदुचेरी में ट्रैफिक सिग्नलों पर गर्मी से वाहन चालकों को बचाने के लिए ग्रीन नेट (हरे जाल) लगाने की पहल को सोशल मीडिया पर खूब सराहना मिली। जिसके बाद, चेन्नई नगर निगम ने शहर में आठ ट्रैफिक सिग्नलों पर इस पहल को शुरू करने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है।
ये शीट 6 मीटर लंबी होंगी। ये ढांचे भारतीय सड़क कांग्रेस के डिजाइन मानकों का भी पालन करते हैं। ताकि बड़े वाहनों को गुजरने में आसानी हो, इसके लिए सड़क से कम से कम 5 मीटर की वर्टिकल (ऊर्ध्वाधर) निकासी होनी चाहिए। चेन्नई निगम के मुख्य अभियंता (सामान्य) एस राजेंद्रन ने बताया, "हमें सुरक्षा पहलुओं को भी देखना होगा। इसलिए इसे कैसुरीना के खंभों जैसी कमजोर सामग्री से नहीं बनाया जा सकता है। हमने वेल्डेड बॉक्स सेक्शन का इस्तेमाल किया है और जाल ज्यादातर जगहों पर गुरुवार से इस्तेमाल के लिए तैयार हो जाएंगे।"
पहले चरण में, ये अस्थायी शेड नेट राजा मुथिया सलाई पर ईवीआर पेरियार सलाई जंक्शन की ओर जाने वाले यातायात के लिए, अन्ना नगर सेकेंड एवेन्यू पर राउंडाना सिग्नल से तिरुमंगलम की ओर, न्यू आवाडी रोड पर तीसरे एवेन्यू जंक्शन सिग्नल से किलपौक की ओर और चार अन्य एलबी रोड पर - वेस्ट एवेन्यू रोड जंक्शन पर, थिरुवनमियूर, अडयार, और ओएमआर की ओर लगाए जाएंगे। नगर निगम ने भी कुछ सिग्नलों पर पानी के बर्तन भी रखे हैं।
स्थायी स्ट्रक्चर
पहले चरण के कार्यान्वयन के बारे में फीडबैक के आधार पर, नगर निगम की योजना स्ट्रक्चर को थोड़े बदलावों के साथ फिर से इस्तेमाल करने की है। जिसमें बारिश के दौरान दोपहिया वाहन चालकों की मदद के लिए पीवीसी शीट लगाना शामिल है। निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "कार्यात्मक और सुरक्षा पहलुओं पर ध्यान देने के बाद, हम इसकी जगह पर एक मेहराब बनाकर सौंदर्यीकरण में भी सुधार करेंगे।"
लंबे समय में, यातायात पुलिस की मदद से एक ऐसी प्रणाली लागू करने की योजना है, जहां सिग्नलों पर जेबरा क्रॉसिंग से ठीक पहले शुरुआती 6 मीटर दोपहिया वाहन चालकों के लिए आरक्षित हों। इससे दोपहिया वाहन चालकों को छाया का ज्यादा फायदा होगा। और चार-पहिया वाहन उनके पीछे खड़े हो सकते हैं। पुदुचेरी में ग्रीन नेट के बारे में हाल ही में सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट पर काफी चर्चा हुई थी। और चेन्नई में दोपहिया वाहन चालक भी शहर में भी इसी तरह की सिस्टम का सुझाव दे रहे हैं।
2024-05-09T14:31:27Z dg43tfdfdgfd