अभी बाढ़ का खतरा टला नहीं है

नदियों का जलस्तर

82.62 सेमी छतनाग घाट पर गंगा

83.77 सेमी फाफामऊ में गंगा

83.04 सेमी नैनी में यमुना

83.22 बक्सी बांध पर गंगा

प्रयागराज (ब्‍यूरो)। नदियों का पानी कल मध्य रात्रि से स्थिर जरूर है पर बाढ़ का खतरा अभी टला नहीं है. गंगा और यमुना नदी का जलस्तर कल तक फिर बढ़ सकता है. क्योंकि, मध्य प्रदेश और उत्तराखण्ड में हो रही बारिश का पानी को रोकने की क्षमता डैम की नहीं बची है. ओवरफ्लो करके पानी मैदानी क्षेत्रों में भाग रहा है. आशंका जताई जा रही है कि गुरुवार दोपहर या शाम तक एक बार फिर जलस्तर बढऩा शुरू हो सकता है. उधर, बुधवार को दिन भर राहत में बाद शाम को अचानक हुई झमाझम बारिश से शहर की गलियों तक में पानी भर गया. आवागमन मुश्किल हो गया.

आज से फिर बढ़ेगा पानी

बाढ़ की वजह से 395 परिवार घर छोड़ कर प्रशासन द्वारा बनाए गए आश्रय स्थलों में बसर कर रहे हैं. आश्रय स्थलों में रहने वालों की संख्या 1696 पहुंच गई है. इनके लिए प्रशासन की तरफ से प्रति दिन मुफ्त नाश्ते और चाय से लेकर खाने तक के इंतजाम किए जा रहे हैं. बाढ़ के पानी से ज्यादातर शहर के तराई क्षेत्र छोटा बघाड़ा, सलोरी, बेली, म्योराबाद, राजापुर गंगानगर और करेली क्षेत्र के कुछ मोहल्ले काफी प्रभावित हैं. बाढ़ कंट्रोल रूम से प्राप्त आंकड़ों पर गौर करें तो शाम चार बजे तक गंगा नदी फाफामऊ और बक्सी बांध एवं नैनी साइड यमुना नदी के जल में स्थिरता रेकार्ड की गई है. गंगा नदी का छतनाग में लेवल एक सेंमी नीचे गया है. एक्सपर्ट बाढ़ के खतरे को पूरी तरह से खत्म नहीं मान रहे हैं. आशंका जताई जा गई है कल दोपहर या शाम से जलस्तर फिर से बढऩा शुरू हो जायेगा.

झमाझम से सड़कें लबालब

शहर में दिनभर धूप खिली रही. शाम चार बजे से फिर बादल घुमडऩे लगे. देखते ही देखते झमाझम बारिश शुरू हो गई. इस बारिश से शहर की अधिकांश सड़कें बारिश के पानी से लबालब भर गईं. कई क्षेत्रों में लोगों को गांठ भर पानी से होकर सफर करना पड़ा. यह स्थिति स्मार्ट सिटी में जल निकासी के उम्मदा इंतजाम के दावों की पोल खोल कर रखी दी. हालात बद से बदतर रहे. देर रात तक मौसम काफी खराब रहा और हल्की-हल्की बारिश की बूंदे आसमान में टपकती रहीं.

2024-09-18T20:15:02Z dg43tfdfdgfd