रेलवे और ईंट भट्ठे की आड़ में महाराजपुर और नरवल में हो रहा अवैध खनन

कानपुर (ब्यूरो)। पुलिस प्रशासन की शह पर खनन माफिया मौत के गड्ढे खोद रहे हैैं. बारिश के दिनों में इन्हीं गड्ढों में पानी भर जाता है, जिसमें डूबकर कई लोगों की मौत हो चुकी है. महाराजपुर और नरवल थानाक्षेत्र के बदासा, नौैगवां गौतम, मंगतखेड़ा और डोमनपुर में बेतरतीब अवैध खनन हो रहा है. सूरज ढलते ही जेसीबी और डंपर का मूवमेंट इलाके में दिखने लगता है. ज्यादा चक्कर लगाने में ये डंपर अक्सर लोगों को रौंद देते हैं, जिससे लोगों को जान गंवानी पड़ती है, लेकिन इसके बाद बावजूद जिम्मेदार आंखें मूंदे बैठे हुये हैं. वहीं, इन थानों से कुछ दिन पहले हटाए गए पुलिस कर्मियों की माने तो रेलवे और ईंट भट्ठा के लिए परमिशन ली जाती है और प्लाटों के गड्ढे भरने और लेबलिंग करने के लिए मिट्टiuml;ी ले जाई जाती है.

हादसे की बन रहे वजह

दोनों थाने छोडि़ए इस जोन के एक कांस्टेबल की पहुंच शहर के सीनियर पुलिस ऑफिसर्स तक थी. एक बड़ा मामला खुलकर सामने आया तो उसे थाने से हटा दिया गया. कहा जाता है कि थाने का सारा काम काज यही सिपाही देखता था. खनन के काले कारोबार की वसूली भी इन्हीं के हाथ थी. वर्तमान में 8 ठेकेदार इस इलाके में रेलवे और ईंट भट्ठे का ठेका लिए हैैं. हर ठेकेदार के 10-10 डंपर हैैं, जिसने मिट्टiuml;ी ढुलाई की जाती है. खनन रोकने के लिए बैरियर पर तैनात पुलिस कर्मियों की माने तो चेकिंग में पुलिस से बचने के लिए और ज्यादा चक्कर लगाने के लिए ये तेज गति से डंपर चलाते हैैं, जिसकी वजह से हादसे होते हैैं.

थाना पुलिस करती अनदेखी

कई बार हादसों की जानकारी होने के बाद भी पुलिस अनदेखा कर देती है. यही वजह है कि अधिकारियों तक शिकायत पहुंचने पर पुलिस कर्मियों पर ही गाज गिरती है. थाने के सूत्र बताते हैैं जिस बैरियर से गाडिय़ां पास होती है. उन गाडिय़ों को पास कराने की फीस प्रति ट्रक के हिसाब से होती है. ये बात अधिकारियों की जानकारी में भी है. जब तक हादसे की रिपोर्ट दर्ज नहीं होती तब तक डंपर सीज नहीं होता. थाना पुलिस भी खनन के काम में लगे डंपर का चालान करके अपनी ड्यूटी पूरी कर देती है. अधिकारियों का दबाव पडऩे या शासन में शिकायत होने पर गाडिय़ां पकड़ कर थाने में खड़ी कर दी जाती हैैं.

हादसा कोई करता, जेल किसी और को भेजते

महाराजपुर में जनवरी में खनन में लगे एक डंपर से 14 किशोर की मौत हो गई. मौके पर लोगों ने नाबालिग को डंपर चलाते हुए पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया. इस किशोर को इस केस से हटा दिया गया और इसकी जगह 35 साल के राशिद को जेल भेज दिया गया. सबसे बड़ी बात ये है कि अपराध संख्या 12/2024 में राशिद को गैर इरादतन हत्या नहीं बल्कि लापरवाही से गाड़ी चलाने की वजह से किसी को जान का खतरा हो सकता है. इस आरोप में जेल भेजा गया.

चार दिन बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

चार दिन पहले बाइक सवार को डंपर ने कुचल दिया था. इसमें पति-पत्नी की मौैके पर मौत हो गई थी. जबकि बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था. चार दिन बाद भी इस मामले में जांच कर रहे एसीपी चकेरी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए. पुलिस इस मामले पर भी बीते मामलों की तरह पर्दा डालने की कोशिश कर रही है.

दंपति की मौत के बाद खनन माफियाओं पर कसा शिकंजा

महाराजपुर थाना क्षेत्र में अवैध खनन करने वाले डंफर से दंपति की मौत के बाद महाराजपुर थाने के बगल में हाथीपुर में अवैध खनन कर रहे ग्राम प्रधान व उसके भाई सहित चार लोगों के खिलाफ अवैध खनन करने की रिपोर्ट लेखपाल पवन शर्मा ने नरवल तहसील राजस्व अधिकारियों को भेजी है. लेखपाल पवन शर्मा ने बताया कि आराजी संख्या 1496 रकबा दो बीघा पर अवैध खनन हो रहा था. पैमाइश किया गया तो 1850 घन मीटर अवैध खनन पाया गया. जिसमें ग्राम प्रधान मोहन सिंह उर्फ मोनू और उनके भाई जयसिंह और दो अन्य के खिलाफ रिपोर्ट भेजी गई है.

अधिकारी करेंगे कार्रवाई

सलेमपुर में राम विलास के खेत में 6750 घन फुट अवैध खनन स्थलों कि रिपोर्ट स्थानीय लेखपाल ने नरवल तहसीलदार को भेजी हैं. वहीं, नरवल तहसीलदार विनीता पांडेय ने बताया दोनों जमीनों पर हुए अवैध खनन कि पैमाईश क्षेत्रीय लेखपाल ने की है. उसी आधार में खनन विभाग को रिपोर्ट भेज दी गई हैं. आगे कि कार्यवाही जांच कर खनन विभाग अधिकारी करेंगे.

2024-05-03T16:10:02Z dg43tfdfdgfd