SANKASHTI CHATURTHI: संकष्टी चतुर्थी आज, गणेशजी के 12 नाम और इन मंत्रों के जाप से हर मनोकामना होती है पूरी

किसी भी शुभ कार्य को प्रारंभ करने से पहले श्री गणेशजी का ध्यान किया जाता है। मान्यता है कि श्री गणेश की पूजा से हर विघ्न-बाधा दूर होती है,और सभी कार्य सरलता पूर्वक सम्पन्न हो जाते हैं। वहीं, धर्म-ग्रंथों में श्री गणेश के 12 नामों का वर्णन मिलता है जिनके जाप से व्यक्ति को बुद्धि, विद्या, धन, संतान और मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। भगवान गणेश के अति शुभ बारह नामों का नित्य स्मरण करने वाले व्यक्ति को जीवन में किसी भी प्रकार के संकटों का सामना नहीं करना पड़ता है । विद्या अध्ययन, विवाह के समय, यात्रा, रोजगार के शुभारम्भ में या अन्य किसी भी शुभ कार्य को करते समय गणेश के बारह नाम लेने से कार्यो की रुकावटें दूर हो जाती है।

भगवान गणपति के 12 नाम

1- सुमुख - अर्थात सुन्दर मुख वाले

2- एकदन्त - अर्थात एक दांत वाले

3- कपिल - अर्थात कपिल वर्ण के

4- गजकर्ण - अर्थात हाथी के कान वाले

5- लम्बोदर - अर्थात लम्बे पेट वाले

6- विकट - अर्थात विपत्ति का नाश करने वाले

7- विनायक - अर्थात न्याय करने वाले

8- धूम्रकेतु का अर्थ - अर्थात धुंए के रंग वाली पताका वाले

9- गणाध्यक्ष - अर्थात गुणों के अध्यक्ष

10- भालचन्द्र - अर्थात मस्तक में चन्द्रमा धारण करने वाले

11- गजानन - अर्थात हाथी के समान मुख वाले

12- विघ्रनाशन - अर्थात विघ्नों को हरने वाले

श्री गणेश के 12 नामों के जाप के लाभ

  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, श्री गणेश के इन 12 नामों का रोजाना जाप करने से व्यक्ति को कार्य सिद्धि प्राप्त होती है।
  • रोजाना 12 नामों का जाप करने से विद्या प्राप्त होती है और बुद्धि कुशल एवं तीव्र बनती है।
  • याद रखने की क्षमता भी बढ़ती है और मानसिक तनाव कम होता है।
  • सुख-समृद्धि का वास घर में बना रहता है। रिद्धि सिद्धि की प्राप्ति होती है।
  • दरिद्रता दूर होती है और धन के भंडार भरे रहते हैं।
  • संतान प्राप्ति की बाधा निश्चित तौर पर दूर होती है,योग्य संतान की प्राप्ति होती है।
  • श्री गणेश के इन 12 नामों का रोजाना जाप करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

गणेशजी के प्रभावशाली मंत्र

1- वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।

निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

2 - ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ॥

3-ऊँ गं गणपतये नमो नमः

4-ॐ गं गणपतये नमः

5- “ॐ वक्रतुंडाय हुम्”

शुभ लाभ गणेश मंत्र

ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।

मंगल विधान हेतु गणेश मंत्र

गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः ।

द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः ॥

विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः ।

द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत् ॥

विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत् क्वचित् ।

रोजगार प्राप्ति हेतु मंत्र

ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।

2024-04-27T06:22:36Z dg43tfdfdgfd